‘सेल्फी ले रहे, डूब रहे की, खड़े हुए किनारे लोग’, कवि, शायर, गीतकार डॉ.कुमार गणेश का एकल काव्य पाठ

कवि, शायर, गीतकार डॉ.कुमार गणेश का एकल काव्य पाठ आयोजित
पारायण फाउंडेशन की अभिनव पहल, युवा रचनाकारों को मिलेगा मंच

बीकानेर। कवि, शायर और गीतकार डॉ.कुमार गणेश का एकल काव्य पाठ हंशा गेस्ट हाउस में आयोजित हुआ। पारायण संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डॉ कुमार गणेश ने लगभग सवा घंटे तक गीतों, गजलों और शायरी की त्रिवेणी से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया और उन्हें बांधे रखा।

डॉ. कुमार गणेश ने बीकानेर पर लिखे गीत के साथ अपने काव्य पाठ की शुरुआत की। उन्होंने अपने गीतों में प्रेम, करुणा, व्यंग्य, वात्सल्य और रौद्र सहित सभी रसों और रंगों से रूबरू करवाया। इन रचनाओं में अपनों से मिलने का सुकून तो अपनों के बिछड़ने का दुःख देखने को मिला।

उन्होंने ‘सेल्फी ले रहे, डूब रहे की, खड़े हुए किनारे लोग’ के माध्यम से उन्होंने आज के परिदृश्य पर करारा व्यंग्य किया। वहीं हिंदी गीत ‘उठो, ना, अब आलस से लेटो, देर हुई सामान समेटो’ के माध्यम से जीवन और मृत्यु के सत्य से रूबरू करवाया। उनके गीतों में आंचलिक शब्दों का प्रयोग भी बखूबी देखने को मिला, जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया। इस दौरान समूचा हॉल खचाखच भरा रहा।

इससे पहले युवा कवि हरिशंकर आचार्य ने लयबद्ध तरीके से स्वागत उद्बोधन दिया। विश्व कविता दिवस के अवसर पर शुरू हुई इस श्रृंखला में डॉ. कुमार गणेश के सृजन कर्म पर वरिष्ठ रंगकर्मी रामसहाय हर्ष, शायर इरशाद अजीज तथा गीतकार संजय आचार्य वरुण ने अपनी बात रखी। उन्होंने डॉ. कुमार गणेश के जीवन के विभिन्न पक्षों से रूबरू करवाया।

People are taking selfies, while drowning standing on the shore, solo poetry by poet lyricist Dr. Kumar Ganesh
People are taking selfies, while drowning standing on the shore, solo poetry by poet lyricist Dr. Kumar Ganesh

वरिष्ठ साहित्यकार मधु आचार्य ‘आशावादी’ के सान्निध्य में हुए कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि डॉ. कुमार गणेश ने बीकानेर की मंचीय काव्य परंपरा को नई पहचान दिलाई है। इनकी रचनाएं संवेदनाओं का प्रतिबिंब हैं। उन्होंने पारायण संस्थान की पहल की सराहा।

इस अवसर पर डॉ. कुमार गणेश का नागरिक अभिनंदन किया गया। इसका पत्र वाचन संजय पुरोहित ने किया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए हरीश बी. शर्मा ने बताया कि पारायण संस्थान द्वारा शहर के प्रमुख कवियों और गीतकारों के एकल काव्य पाठ की यह श्रृंखला अनवरत रूप से आयोजित की जाएगी। वास्तुविद आरके सुतार ने आभार जताया। इस दौरान बचपन के मित्रों की टोली और रंगीला फाउंडेशन सहित अनेक संस्थाओं द्वारा डॉ. कुमार गणेश का अभिनंदन किया गया।

अनेक लोगों की रही मौजूदगी

People are taking selfies, while drowning standing on the shore, solo poetry by poet lyricist Dr. Kumar Ganeshकार्यक्रम में ब्रह्म गायत्री सेवा आश्रम के अधिष्ठाता रामेश्वरानंद महाराज, सुरेश हिंदुस्तानी, कुलदीप शर्मा, बुलाकी शर्मा, राजेंद्र जोशी, परमजीत सिंह बोहरा, डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली, समाज शास्त्री डॉ. राजेंद्र जोशी, डॉ.सत्य प्रकाश आचार्य, वरिष्ठ रंगकर्मी प्रदीप भटनागर, बार अध्यक्ष विवेक शर्मा, शायर गुलाम मईनुद्दीन माहिर, हाफिज फरमान अली, डॉ. उमाकांत गुप्त, छगन लाल विश्वकर्मा, राजेश चूरा, डॉ. अबरार अहमद, अमित गोस्वामी, असित गोस्वामी, बृजमोहन रामावत, किशोर सिंह राजपुरोहित, जयकिशन रामावत, गिरिराज खेरीवाल, उदय व्यास, रोहित बोड़ा, रवि माथुर, मीना आसोपा, जयदीप उपाध्याय, रजनीश जोशी, राजेश रंगा, प्रमोद आचार्य, बाबू लाल छंगाणी, आलोक सोनी, रवि शुक्ल, दीपक हर्ष, ऋषि मोहन जोशी, पेंटर धर्मा, सीमा भाटी, ऋतु शर्मा, सोनाली सुथार सहित अनेक लोग मौजूद रहे।