‘रिवाइज्ड जीएसटी का इम्पैक्ट और उसके नए बेनिफिट्स का प्रभाव’ सत्र से मिला महिला उद्यमियों को लाभ : प्रीति सक्सेना

जयपुर। आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित कर रही हैं और अब व्यापार जगत भी इसमें अपवाद नहीं है। वित्तीय स्वतंत्रता और काम और जीवन संतुलन की चाह ने कई महिलाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित किया है। इसी दिशा में बिजनेस सर्कल इंडिया (बीसीआई), जयपुर चैप्टर महिलाओं के लिए एक सशक्त मंच बनकर उभर रहा है, जो न केवल अवसर उपलब्ध कराता है बल्कि सही मार्गदर्शन और नेटवर्किंग का भी मंच देता है।

बीसीआई के संस्थापक मुकेश माधवानी ने बताया कि इसी कड़ी में महिला उद्यमियों और नए कारोबारियों को जानकारी देने के उद्देश्य से बीसीआई जयपुर ने एक विशेष सत्र ‘रिवाइज्ड जीएसटी का इम्पैक्ट और उसके नए बेनिफिट्स का प्रभाव’ का आयोजन किया गया।

असिस्टेंट कमिश्नर (एसीटीओ), कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट, राजस्थान सरकार, प्रीति जागरवाल ने संशोधित जीएसटी और उसके नए लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि छोटे व्यापारियों, विशेषकर महिलाओं के लिए अब रिटर्न फाइलिंग की प्रक्रिया और आसान हो गई है। कई आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर टैक्स दरों में कमी आई है, जिससे टिफिन सर्विस, बेकरी, हेल्थ वेलनेस और ऑनलाइन रिटेल जैसे छोटे व्यवसायों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा इनपुट टैक्स क्रेडिट का बेहतर लाभ मिलने से लागत घटेगी और मुनाफा बढ़ेगा।

डिजिटल कारोबार और ई-कॉमर्स के लिए नियम पारदर्शी होने से घर से काम करने वाली महिला उद्यमियों को और अवसर मिलेंगे। स्टार्टअप्स के लिए टैक्स में छूट और सरल रजिस्ट्रेशन जैसी सुविधाएँ भी महिलाओं को नए बिजनेस की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी।

इस महत्वपूर्ण सत्र में संरक्षक, हिम्मत सिंह, सलाहकार अजय अग्रवाल, सुभाष गोयल, सुरेश सैनी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एम.एम. पालीवाल, महासचिव वीरेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष शुभम शर्मा, राहुल इंदुलकर, ममता पंचोली, रवीना श्रीवास्तव, आशीष गोयल, अंजली गहलोत, साक्षी जैन, तरुण मालवीय, सलील भार्गव, सुमित गर्ग, शालिनी कूलवाल, पियूष शाह ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।

बीसीआई जयपुर चैप्टर की प्रेजिडेंट प्रीति सक्सेना ने कहा कि “बहुत सी महिलाएं घर-परिवार की जिम्मेदारियों और सीमित संसाधनों के कारण अपने सपनों को पूरा नहीं कर पातीं। लेकिन हर महिला में एक अद्भुत क्षमता होती है, जिसे दिशा और अवसर की आवश्यकता होती है। बीसीआई उसी दिशा में काम कर रहा है। हमारा आह्वान है कि महिलाएं अपने भीतर की बिज़नेस वूमन को पहचानें और इस मंच का हिस्सा बनकर आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाएँ।

” बीसीआई का मानना है कि महिलाओं में निवेश समाज और अर्थव्यवस्था दोनों को गति देता है। संगठन का संदेश है – “सपने आपने देखें, उड़ान हम देंगे। ऊंचाई आप छुएंगे, खुशियां हम महसूस करेंगे।”