🗓️ अजमेर, 30 अक्टूबर।
विश्व प्रसिद्ध तीर्थराज पुष्कर मेला 2025 का गुरुवार को पारंपरिक ध्वजारोहण के साथ शुभारंभ हुआ। राजस्थान की संस्कृति, आध्यात्मिकता और लोक परंपरा से ओतप्रोत इस मेले का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी और जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने मेला मैदान में ध्वजारोहण कर किया।
समारोह में अध्यक्ष जीतमल प्रजापत, संभागीय आयुक्त शक्ति सिंह राठौड़, जिला कलक्टर लोक बंधु, पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा और अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
🕉️ दिया कुमारी बोलीं – “पुष्कर हमारी सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक”
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि पुष्कर मेला न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक और पर्यटन पहचान है। उन्होंने घोषणा की कि सरकार ने मेले का बजट 70 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपये कर दिया है ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
“राज्य सरकार ‘पुष्कर फॉरएवर संकल्प’ के साथ इस मेले को स्थायी वैश्विक पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है,” – दिया कुमारी

उन्होंने बताया कि पुष्कर कॉरिडोर की DPR तैयार हो चुकी है, जिसका शिलान्यास जल्द किया जाएगा। साथ ही, राज्य सरकार पुष्कर को अंतरराष्ट्रीय तीर्थ पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है।
💃 राजस्थान की लोक संस्कृति का रंग – घूमर से लेकर कच्छी घोड़ी तक
ध्वजारोहण के बाद मेला मैदान में सांस्कृतिक उत्सव का अद्भुत नजारा देखने को मिला। नाथूलाल सोलंकी और उनके दल ने 101 नगाड़ों की संगत में उद्घाटन किया, जिससे पूरा मैदान गूंज उठा।
150 से अधिक बालिकाओं ने पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा में “हाथां में तलवारा, कमर कटारां सोहे” जैसे लोकगीतों पर समूह नृत्य प्रस्तुत किया। दिया कुमारी ने मंच से उतरकर बालिकाओं के साथ घूमर नृत्य कर उत्साह बढ़ाया।
🎭 सांस्कृतिक यात्रा और लोकनृत्य प्रदर्शन
गोपाल बंजारा के संयोजन में भव्य सांस्कृतिक यात्रा निकाली गई।
इसमें शामिल रहे –
- बीकानेर के रोबीले अनिल बोहरा,
- पुष्कर के राजेश भाट का कच्ची घोड़ी नृत्य,
- राजेशनाथ का कालबेलिया नृत्य,
- किशनाराम भोपा का रावण हठ्ठा वादन,
- मुकेश नाथ का राजस्थानी नृत्य,
- पारसमल (जैसलमेर) का लाल आंगी गेर,
- शोफत अली (गंगानगर) का मश्कवादन।
पश्चिमी कला केन्द्र की सोना बेन टीम ने “रावता नृत्य” प्रस्तुत किया, जबकि कालबेलिया, गैर और घूमर नर्तक दलों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
🎵 लोक संगीत की मधुर धुनें और उत्साह की लहर
तगाराम भील और उनके साथियों ने अलगोजा और घड़ा वादन से लोक संगीत की सरिता बहाई। कमायचा, खड़ताल और ढोलक की ताल पर पूरा मैदान झूम उठा।
जयपुर काइट्स टीम ने रंग-बिरंगी पतंगों का हवाई प्रदर्शन कर आसमान को उत्सव रंग में रंग दिया।
राजस्थान महिला कल्याण मंडल, चाचियावास के विशेष बच्चों ने दिया कुमारी और सुरेश रावत को पौधे भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
⚽ खेलों का रोमांच – देशी टीम ने विदेशी टीम को हराया
मेला मैदान में स्थानीय एवं विदेशी टीमों के बीच फुटबॉल मैच का आयोजन हुआ। शुभारंभ सुरेश रावत ने टॉस कर किया। तीन गोलों के मुकाबले में देशी टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की, जिससे दर्शकों में उत्साह की लहर दौड़ गई।
🛕 व्यवस्था और सुरक्षा के सख्त प्रबंध
उपखंड अधिकारी व मेला मजिस्ट्रेट गुरु प्रसाद तंवर ने बताया कि मेले के दौरान प्रशासन और पुलिस के विशेष कैम्प स्थापित किए गए हैं।
सरोवर क्षेत्र और मेला मैदान में सुरक्षा, चिकित्सा, स्वच्छता और पर्यटक सुविधा के लिए अलग-अलग दल तैनात किए गए हैं।
