मुंबई, 2 नवंबर 2025। कई महीनों की तेज़ रफ्तार के बाद अब सोने और चांदी के भावों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। जहां अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 11% नीचे लुढ़क चुका है, वहीं सिल्वर की कीमतों में 16% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। भारत के घरेलू बाजार में भी दोनों कीमती धातुएं लगातार सस्ती हो रही हैं।
📉 1. सेफ-हेवन की मांग घटी
बीते महीनों में गोल्ड और सिल्वर को सेफ-हेवन एसेट्स के रूप में खूब खरीदा गया था। लेकिन अब अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कम होने से निवेशकों का रुख फिर से जोखिम वाले निवेश साधनों, जैसे – शेयर बाजार और बॉन्ड्स की ओर हो गया है।
नतीजा – गोल्ड-सिल्वर से पूंजी निकलनी शुरू हो गई है, जिससे इनकी चमक मंद पड़ी है।
💵 2. डॉलर की मजबूती का दबाव
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति बैठक से पहले डॉलर में मजबूती आई है। डॉलर के मजबूत होने पर अन्य मुद्राओं में गोल्ड और सिल्वर महंगे दिखाई देते हैं,
जिससे उनकी वैश्विक मांग घट जाती है।
यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों में इन दोनों कीमती धातुओं की कीमतों पर डॉलर की बढ़त का सीधा असर देखने को मिला है।
💸 3. मुनाफावसूली ने भी बढ़ाई गिरावट
हाल के महीनों में सोने और चांदी ने निवेशकों को रिकॉर्ड रिटर्न दिए थे।
अब बड़ी संख्या में निवेशक मुनाफावसूली (Profit Booking) कर रहे हैं,
जिससे कीमतों पर दबाव और बढ़ गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट शॉर्ट टर्म करेक्शन है,
जिसके बाद भाव दोबारा स्थिर हो सकते हैं।
⚙️ 4. चांदी की औद्योगिक मांग घटी
चांदी की कीमतों में गिरावट का एक बड़ा कारण औद्योगिक डिमांड में कमी है।
इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और टेक्नोलॉजी सेक्टर से ऑर्डर्स घटे हैं,
जिससे सिल्वर की इंडस्ट्रियल डिमांड कमजोर पड़ी है।
इसी कारण चांदी की दरों में सोने से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है।
📈 शेयर बाजार की तेजी से गोल्ड की चमक धुंधली
दुनियाभर के स्टॉक मार्केट्स में रैली देखने को मिल रही है।
जापान का निक्केई इंडेक्स 50,000 के पार चला गया है,
जबकि अमेरिका और यूरोप के प्रमुख सूचकांक रिकॉर्ड हाई लेवल पर हैं।
साथ ही, OPEC की तेल उत्पादन नीति के चलते क्रूड ऑयल सस्ता हुआ है,
जिससे निवेशकों ने नॉन-यील्डिंग एसेट्स जैसे गोल्ड-सिल्वर में रुचि कम कर दी है।
📊 अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना-चांदी की गिरावट
- सोना (Gold): $4,381 प्रति औंस से फिसलकर $3,900 प्रति औंस के नीचे
- चांदी (Silver): $54 प्रति औंस से गिरकर $46 प्रति औंस पर पहुंची
👉 यानी गोल्ड में 11% और सिल्वर में 16% से ज्यादा की गिरावट
🇮🇳 भारतीय बाजार में भी असर
- 24 कैरेट गोल्ड: ₹1.18 लाख प्रति 10 ग्राम के आसपास
- सिल्वर: ₹1.40 लाख प्रति किलोग्राम तक फिसली
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वाइस प्रेसिडेंट अक्षा कंबोज के अनुसार –
“सोना अभी सतर्क ट्रेंड में है, लेकिन यह अब भी सबसे भरोसेमंद सेफ-हेवन एसेट है। मौजूदा गिरावट लंबी अवधि के निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा अवसर है।”
