गुरुग्राम, 12 नवंबर। भारत को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में और अधिक सशक्त बनाने के उद्देश्य से “साइबर शिक्षित भारत” पहल की घोषणा की गई है, जिसका नेतृत्व गुरुग्राम स्थित साइबर सुरक्षा कंपनी लिसियनथस टेक कर रही है। इस अभियान के तहत 26 नवंबर को नई दिल्ली के न्यू महाराष्ट्र सदन में एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित होगी, जिसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे।
इस वर्कशॉप में एचसीएल टेक सह-आयोजक, आईआईआईटी हैदराबाद शिक्षा भागीदार और इलेक्ट्रॉनिकी व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), सर्ट-इन, तथा ग्रामैक्स साइबर टेक इवेंट पार्टनर के रूप में शामिल रहेंगे।

लिसियनथस टेक के सीईओ खुशहाल कौशिक ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य युवाओं और पेशेवरों को साइबर सुरक्षा, ऑनलाइन सुरक्षा और डिजिटल जिम्मेदारी के व्यावहारिक ज्ञान से सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि “हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत और साइबर सुरक्षित भारत के विज़न को साकार करने की दिशा में योगदान देना चाहते हैं।”
कार्यक्रम में अमिताभ कांत, सर्ट-इन के महानिदेशक डॉ. संजय बहल, एयर मार्शल जीएस बेदी (सेवानिवृत्त), और मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय समेत कई दिग्गज शामिल होंगे।
लिसियनथस टेक के चेयरमैन डॉ. एस.के. वर्मा ने कहा कि “‘साइबर शिक्षित भारत’ हमारे राष्ट्रीय साइबर लचीलापन के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) राजेश पंत ने कहा कि “तेजी से बढ़ते साइबर खतरों के बीच नागरिक शिक्षा और तकनीकी नवाचार का संयोजन ही हमारा सबसे मजबूत बचाव है।”
यह अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला भारत को एक “साइबर-सुरक्षित राष्ट्र” के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
