जयपुर। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी को भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। वैसे एक वर्ष में चौबीस एकादशी के व्रत आते हैं, लेकिन निर्जला एकादशी व्रत का अपना ही महत्व है। निर्जला यानी जल के बिना रहना। शहर के तमाम मंदिरों में निर्जला एकादशी के व्रत को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
वही राजधानी जयपुर में बनीपार्क शिव सर्किल स्थित वनकेश्वर महादेव मन्दिर में प्रीति चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से मिल्क रोज और शरबत वितरण का आयोजन किया गया।
आयोजन मंदिर के पुजारी श्रवण कुमार शर्मा के सानिध्य में आयोजन किया गया। इस मौके पर ट्रस्ट की अध्यक्ष प्रीति पारीक मौजूद रही। वही ट्रस्ट के सदस्य और गणमान्य लोगों की भी उपस्थिति रही। जिसमें सागर शर्मा, आशा पारीक, दिनेश सोनी, दीपक, सत्यनारायण, कमला पारीक और नरेश भी मौजुद रहें।
इस दौरान राहगीरों और वाहन चालकों को मिल्क रोज और शरबत का वितरण किया गया। इससे पहले मन्दिर परिसर स्थित शिव पंचायत, वीर बजरंगबली, दुर्गा मां और शितला माता को भोग लगाया गया।
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