बीकानेर में नकली खाद बनाने की फैक्ट्री पकड़ी, नमक और रंग का हो रहा उपयोग

बीकानेर। कृषि विभाग की टीम ने शोभासर में पीओपी की फैक्ट्री में नकली खाद बनाने का भंडाफोड़ किया है।  कृषि विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद बीकानेर जिले के खाद विक्रेताओं में हड़कपं सा मचा हुआ है।

कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के निर्देशानुसार राज्य में चलाए जा रहे कृषि आदान गुण नियंत्रण अभियान की कड़ी में बीकानेर में संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) के के मंगल के निर्देशानुसार बीकानेर में शोभासर रोड पर रविवार रात जिप्सम इकाई के परिसर, जिसके मालिक त्रिलोकाराम विश्नोई हैं (मौके पर उपस्थित मजदूर द्वारा बताए अनुसार) अवैध रूप से बनाये जा रहे नकली उर्वरक के कारखाने पर छापामारी की कार्यवाही की गई।

कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी ने बताया कि इसकी सूचना थानाधिकारी नाल को दी गई तथा जिला कलक्टरनम्रता वृष्णि के निर्देशानुसार आगे की कार्यवाही पुलिस की उपस्थिति में सम्पादित की गई, जो कि सोमवार को पूर्ण हुई।

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नकली उर्वरक बनाने वालों के विरुद्ध कृषि विभाग की सघन कार्यवाहियां

मौके पर बड़ी संख्या में नमक के कट्टे तथा लाल रंग के पाउडर के कट्टे पाए गए, जो कि म्यूरेट ऑफ पोटाश खाद बनाने के लिये काम में लिए जाने थे। नमक के 50 किलो के 750 बेग, नमक और लाल रंग मिक्स के 50 किलो के 329 बेग मौके पर मिले, जो कि म्यूरेट ऑफ पौटाश खाद के रूप में बेचे जाने की सम्भावना थी। सोली पोटाश के नाम से 50 किलो के 8 बेग मौके पर पाए गए।

नर्मदा बॉयोकेम लिमिटेड, अहमदाबाद के जिंकेटेड सिंगल सुपर फास्टफेट के दानेदार 50 किलो पैकिंग के 475 बेग, काले व सलेटी भूरे रंग के दानों से भरे हुए 50 किलो के 1 हजार 116 बेग मौके पर पाए गए। जिनको डीएपी/एसएसपी के रूप में बेचे जाने की सम्भावना थी। सिमग्रो जीएमबीएच, सूरत मारका के कट्टों में कृषि शक्ति पर्ल्स (सॉयल कन्डिसनर) के 50 किलो के 50 बेग मौके पर सफेद पाउडर के 50 किलो के 580 बेग, मुल्तानी मिट्टी पाउडर के 50 किलो के 500 बेग और काले चूर्ण के 50 किलो के 250 बेग मौके पर पाए गए। जिनके दाने बनाकर डीएपी/एसएसपी उर्वरक के रूप में बेचे जाने की सम्भावना थी।

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नकली उर्वरक बनाने वालों के विरुद्ध कृषि विभाग की सघन कार्यवाहियां

जिंकेटेड सिंगल सुपर फास्फेट के नर्मदा बॉयोकेम लिमिटेड अहमदाबाद, कृषि शक्ति पल्स ऑरगेनिक मेन्योर के सिमग्रो जीएमबीएच सोलन, भारत एमओपी के सॉयल टेक फर्टिलाईजर एण्ड केमिकर्ल्स जयपुर, बेन्टोनाईट पाउडर सुपर हाई ब्रान्ड सोडियम बेस्ड के नीलकण्ठ रॉक मिनरल इण्डस्ट्रिज, सोलिटेयर सूक्ष्म तत्व जिंक के सोलिटेयर पेस्टिसाइड प्रा. लि. मण्डोर, पोटाश मोलासेस के अमरावती एग्रो कॉपोरेशन सोलन के लगभग 11 हजार हजार खाली कट्टे मौके पर मिले, जिनको नकली उर्वरक पैक करने के लिए काम मे लिया जाना सम्भावित था।
मौके पर उर्वरकों के तीन नमूने आहरित किये गये, जो कि गुण नियंत्रण जांच हेतु प्रयोगशाला भिजवाए जाएंगे। परिसर में बडी मात्रा में गोबर की खाद, जिप्सम, मूल्तानी मिट्टी, सफेद मिट्टी और अमेजन के खाली कार्टून बरामद हुए। जब्त सामग्री एवं परिसर को मौके पर ही पुलिस की मौजूदगी में कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा सील कर दिया गया।

किसान नकली खाद की कैसे करे पहचान

दिशा कमेटी के सदस्य दिल्लू खान कोहरी ने बताया कि किसानों के सामने सबसे बड़ा संकट ये है कि असली व नकली खाद की कैसे पहचान करे। नकली खाद बनाने की ​फैक्ट्री में नकली खाद जोकि नमक व रंग से बनाई जा रही थी। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होने बताया कि कृषि विभाग को समय -समय पर खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों व बाजार में बिकने वाली खाद की जांच करनी चाहिए। इससे ऐसे नकली खाद की बिक्री व बनाने वाली फैक्ट्रियों पर रोक लगेगी।

कृषि मंत्री ने पूर्व में की थी कार्रवाई

बीकानेर में कुछ समय पूर्व ही कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस तरह खाद बनाने वाली फैक्ट्री पर कार्रवाई की थी। जिसके बाद प्रदेश में विभाग की और से कई जगहों पर कार्रवाई की गई थी।

उक्त कार्यवाही में मौके पर कैलाश चन्द्र, के अलावा उप निदेशक कृषि जयदीप दोगने, सहायक निदेशक कृषि मीनाक्षी शर्मा, कृषि अधिकारी गिरिराज सिंढायच, सहायक निदेशक कृषि रघुवर दयाल, कृषि अधिकारी मेघराज, सोमेश तंवर, राजेन्द्र पहाडिया, देवेन्द्र सिंह, सहायक कृषि अधिकारी, चन्द्र मोहन, कृषि पर्यवेक्षक, नेमीचन्द, रविशंकर आदि मौजूद रहे।