जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक सड़क का नाम स्वर्गीय सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के नाम पर रखने के प्रस्ताव को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यह प्रस्ताव जयपुर नगर निगम ग्रेटर की महापौर सौम्या गुर्जर के नेतृत्व में रखा गया था।
प्रस्ताव के सामने आते ही राजनीतिक और सामाजिक दोनों वर्गों में विरोध और समर्थन की लहर चल पड़ी। जहां करणी सेना और गोगामेड़ी समर्थकों ने इसे “राजस्थान के वीर पुत्र को सच्ची श्रद्धांजलि” बताया है, वहीं कई पार्षदों और नागरिक समूहों ने इस निर्णय को “राजनीतिक और संवेदनशील” बताया है।
विरोध करने वालों का कहना है कि सार्वजनिक स्थलों और सड़कों के नामकरण की प्रक्रिया जन-सहमति और पारदर्शिता के साथ होनी चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ के लिए।
वहीं गोगामेड़ी समर्थकों ने जयपुर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए सरकार से उनकी सामाजिक सेवाओं और त्याग को याद करने की अपील की।
सूत्रों के अनुसार, नगर निगम द्वारा पारित यह प्रस्ताव राज्य सरकार की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। फिलहाल, इस मुद्दे पर सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में खूब बहस छिड़ी हुई है।
राजस्थान की स्थानीय राजनीति में यह विवाद एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि क्या प्रतीकात्मक सम्मान और प्रशासनिक प्राथमिकताओं के बीच संतुलन बन पाया है या नहीं।