जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के नेतृत्व में राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाएं लगातार नए आयाम छू रही हैं। इसी दिशा में राज्य ने पेलिएटिव केयर सेवाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल किया है।
यह सम्मान शनिवार को भुवनेश्वर में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में राजस्थान को प्रदान किया गया, जहाँ राज्य की ओर से राज्य नोडल अधिकारी डॉ. निर्मला शर्मा ने पुरस्कार ग्रहण किया।
🏅 राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान, राजस्थान तीसरे स्थान पर
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से “Best Practices in Palliative Care” श्रेणी में राजस्थान को तीसरा स्थान दिया गया। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि राज्य ने होम-बेस्ड और कम्युनिटी-बेस्ड केयर मॉडल के ज़रिए गंभीर और असाध्य रोगों से जूझ रहे मरीजों के जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है।
🩺 चिकित्सा मंत्री बोले – राजस्थान बन रहा ‘मॉडल स्टेट’
चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने विभागीय टीम को बधाई देते हुए कहा –
“राजस्थान आज स्वास्थ्य सेवाओं में देश का मॉडल स्टेट बनकर उभर रहा है। बीते वर्षों में नवाचारों और बेस्ट प्रैक्टिसेज के कारण चिकित्सा सेवाएं अधिक सुलभ और मानक बेहतर हुए हैं। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले समय में राजस्थान की स्वास्थ्य सुविधाएं देश में उदाहरण बनें।”
👩⚕️ “दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंच रही हैं सेवाएं” – गायत्री राठौड़
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया –
“राज्य सरकार का प्रयास है कि स्वास्थ्य सेवाएं नवाचारों के माध्यम से दुर्गम व रेगिस्तानी क्षेत्रों तक आसानी से पहुंचें। पेलिएटिव केयर के तहत कई नई बेस्ट प्रैक्टिसेज अपनाई गई हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।”
🌿 ‘कवच’ बन रही है पेलिएटिव केयर सेवाएं: डॉ. अमित यादव
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव ने कहा —
“होम-बेस्ड पेलिएटिव केयर के ज़रिए
असाध्य रोगों से ग्रसित मरीजों को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक सहयोग दिया जा रहा है। नर्सिंग ऑफिसर, फिजियोथैरेपिस्ट, आशा, एएनएम और सीएचओ की टीम घर-घर जाकर मरीजों की देखभाल कर रही है।”उन्होंने कहा कि भविष्य में इन सेवाओं को और सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयास जारी हैं, ताकि हर जरूरतमंद तक स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर पहुंच सकें।
🌍 राजस्थान का लक्ष्य – हर नागरिक को संवेदनशील स्वास्थ्य सेवा
यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि राजस्थान ने स्वास्थ्य क्षेत्र में केवल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, बल्कि मानवता, संवेदना और तकनीकी नवाचारों का समन्वय कर नई पहचान बनाई है।
