जयपुर | 13 अक्टूबर 2025 | HelloRajasthan Legal & Governance Desk
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जयपुर एग्ज़िबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (JECC), सीतापुरा में ‘नव विधान: न्याय की नई पहचान’ नामक अनोखी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी भारत के नए आपराधिक कानूनों पर आधारित है और आम नागरिकों को न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और सरलता को करीब से समझाने का उद्देश्य रखती है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा, विधि मंत्री जोगाराम पटेल,
मुख्य सचिव सुधांश पंत, और पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा सहित राज्य के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

🧠 तीन चरणों में न्याय की यात्रा – अपराध से लेकर सजा तक का दृश्य प्रदर्शन
प्रदर्शनी को तीन चरणों में विभाजित किया गया है, जिसमें न्याय प्रक्रिया को “अपराध की सूचना से लेकर अंतिम न्यायिक निर्णय” तक के हर स्तर को लाइव डेमो और मॉडल के ज़रिए दिखाया गया है।
1️⃣ पहला चरण – शिकायत और जांच प्रक्रिया:
इस जोन में कंट्रोल रूम, सीन ऑफ क्राइम और पुलिस स्टेशन के मॉडल शामिल हैं, जहाँ अपराध के रजिस्ट्रेशन से लेकर जांच तक की कार्यप्रणाली को दर्शाया गया है।
2️⃣ दूसरा चरण – वैज्ञानिक और कानूनी सत्यापन:
यहां अस्पताल, एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) और पब्लिक प्रॉसिक्यूशन ऑफिस की प्रक्रियाएं दिखाई गई हैं।
3️⃣ तीसरा चरण – न्यायालय और सुधार प्रणाली:
इसमें जिला न्यायालय, कारागार और उच्च न्यायालय की कार्यप्रणाली को डिजिटल व इंटरएक्टिव मॉडलों के ज़रिए प्रदर्शित किया गया है।
💡 ‘न्याय प्रथम’ की थीम पर केंद्रित प्रदर्शनी
‘नव विधान’ प्रदर्शनी का पूरा लेआउट ‘न्याय प्रथम’ (Justice First) सिद्धांत पर आधारित है। इसमें आगंतुकों को यह समझने में आसानी होती है कि कैसे नए कानूनों ने न्यायिक प्रक्रिया को त्वरित, पारदर्शी और पीड़ित-केंद्रित बनाया है।
प्रदर्शनी में जिन प्रमुख बिंदुओं पर फोकस किया गया है, उनमें शामिल हैं:
- औपनिवेशिक कानूनों की समाप्ति
- ई-साक्ष्य, ई-सम्मन और ई-प्रोसिक्यूशन
- साइबर अपराध नियंत्रण
- त्वरित न्याय और प्रौद्योगिकी का उपयोग
- अपराधियों के लिए सुधारात्मक अवसर

🚔 एफएसएल और महिला सुरक्षा वाहनों को दिखाई हरी झंडी
उद्घाटन समारोह से पहले अमित शाह ने एफएसएल के 56 मोबाइल यूनिट वाहनों और महिला सुरक्षा पेट्रोलिंग के लिए 100 स्कूटी और मोटरसाइकिलों को
हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहल का उद्देश्य अपराध जांच और महिला सुरक्षा नेटवर्क को सुदृढ़ करना है।
🗣️ अमित शाह बोले – “नए कानूनों से न्याय प्रक्रिया हुई आमजन के करीब”
श्री शाह ने प्रदर्शनी का गहन अवलोकन करने के बाद कहा —
“भारत के नए आपराधिक कानूनों ने न्याय को जनसुलभ और समयबद्ध बनाया है। इन कानूनों के तहत तकनीक और पारदर्शिता को केंद्र में रखकर एक नया युग आरंभ हुआ है।”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि –
“राजस्थान इस पहल के माध्यम से देश में कानूनी जागरूकता का केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है।”
📅 राज्य स्तरीय 6-दिवसीय प्रदर्शनी
यह प्रदर्शनी 13 से 18 अक्टूबर 2025 तक आयोजित होगी, जिसमें प्रतिदिन न्याय, फॉरेंसिक, टेक्नोलॉजी और महिला सुरक्षा से जुड़े विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।
स्कूलों, कॉलेजों और कानून संस्थानों के विद्यार्थी भी इंटरएक्टिव मॉडल्स के ज़रिए न्याय प्रक्रिया को समझ सकेंगे।
