🪙 गोल्ड मार्केट में भूचाल! चीन ने खत्म की गोल्ड टैक्स छूट, 1 नवंबर से बढ़ी सोने की कीमतों में हलचल

नई दिल्ली, 2 नवंबर 2025। दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड बाजारों में से एक चीन ने ऐसा आर्थिक कदम उठाया है जिसने अंतरराष्ट्रीय सोना कारोबार में हलचल मचा दी है। बीजिंग ने सोने पर दी जाने वाली टैक्स छूट (Gold Tax Exemption) को खत्म कर दिया है।
नया नियम 1 नवंबर 2025 से लागू हो गया है, जिसके बाद अब ज्वेलरी निर्माताओं और डीलरों को सोने की बिक्री पर वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) से कोई राहत नहीं मिलेगी – चाहे वे शंघाई गोल्ड एक्सचेंज (SGE) से सोना सीधे बेचें या फिर आभूषण बनाकर।

💰 चीन की अर्थव्यवस्था को टैक्स से सहारा देने की कोशिश

आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, यह फैसला चीन सरकार की राजस्व बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
रियल एस्टेट संकट, निवेश में कमी और धीमी आर्थिक गति के कारण चीनी अर्थव्यवस्था दबाव में है,
और ऐसे में सरकार टैक्स संग्रह बढ़ाकर अपने वित्तीय घाटे को संतुलित करने की कोशिश कर रही है।

हालांकि, इस नीति परिवर्तन का सीधा असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ने वाला है,
क्योंकि टैक्स बढ़ने से सोने की रिटेल कीमतें और ज्वेलरी रेट्स दोनों में बढ़ोतरी तय है।

🇮🇳 भारत पर भी पड़ेगा असर – ज्वेलरी और महंगी होगी

भारत, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता देश है, चीन के इस फैसले से अछूता नहीं रहेगा।
चीन में टैक्स बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय गोल्ड की थोक कीमतें ऊपर जाएंगी,
जिससे भारत में गोल्ड इम्पोर्ट कॉस्ट बढ़ जाएगी।
इसका सीधा अर्थ है – आने वाले महीनों में शादी-ब्याह के सीजन में ज्वेलरी खरीदना और महंगा हो सकता है।

🪙 निवेशकों के लिए अब भी सुरक्षित विकल्प बना रहेगा सोना

बाजार में टैक्स छूट हटने के बावजूद सोने की मांग में भारी गिरावट की संभावना नहीं है।
विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, युद्ध जैसे हालात और शेयर बाजार की अस्थिरता के बीच
सोना अब भी निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित एसेट (Safe Haven Asset) माना जा रहा है।

📊 गोल्ड और सिल्वर की मौजूदा कीमतें

शनिवार दोपहर अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड 4,013.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था,
जो पिछले सत्र की तुलना में लगभग 25 डॉलर की गिरावट दर्शाता है।
वहीं चांदी (Silver Price) 48.25 डॉलर प्रति औंस पर मामूली गिरावट के साथ ट्रेड कर रही है।

📈 क्या 5,000 डॉलर तक पहुंच सकता है सोना?

वित्तीय विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले 12 महीनों में सोने की कीमतें 5,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं।
इसके पीछे कई प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं 👇

  • केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार गोल्ड की खरीदारी
  • अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की संभावना
  • भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक मंदी का खतरा
  • निवेशकों का लॉन्ग-टर्म सुरक्षित निवेश की ओर झुकाव

इन सभी कारणों से गोल्ड मार्केट में दीर्घकालिक मजबूती की संभावना बनी हुई है।

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