जयपुर, 7 नवंबर। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 किलो 635 ग्राम एमडीएमए (मौली) ड्रग बरामद की है।
यह बरामदगी कोतवाली निम्बाहेड़ा थाना पुलिस द्वारा की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत कई करोड़ रुपये बताई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के निर्देश पर जल्या चौक पोस्ट पर नाकाबंदी की गई थी, जहां नीमच की दिशा से आ रही एक वरना कार को रोका गया।
तलाशी के दौरान कार की डिक्की में रखे थैले से चार प्लास्टिक पैकेटों में भरा सफेद एमडी पाउडर बरामद हुआ।
एमडीएमए – युवाओं में “पार्टी ड्रग” के रूप में खतरनाक चलन
पुलिस के अनुसार, जब्त किया गया यह सिंथेटिक ड्रग एमडीएमए, जिसे मौली या “पार्टी ड्रग” भी कहा जाता है, युवाओं में नशे के रूप में तेजी से फैल रहा है।
इसकी एक ग्राम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में हजारों रुपये होती है।
आरोपी की पहचान और कार्रवाई
पुलिस ने कार चालक को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान अंकित सिंह सिसोदिया (30 वर्ष) पुत्र राजेंद्र सिंह, निवासी आनंद विहार, मंदसौर (मध्यप्रदेश) के रूप में हुई है।
आरोपी के कब्जे से ड्रग्स सहित वरना कार जब्त की गई है। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े मुख्य सप्लायर और वितरण चैनल का पता लगाने के लिए अनुसंधान कर रही है।
संयुक्त टीम की सफलता
यह कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह और पुलिस उप अधीक्षक बद्रीलाल के निर्देशन में की गई। ऑपरेशन का नेतृत्व थानाधिकारी रामसुमेर ने किया।
विशेष टीम में शामिल थे –
उप निरीक्षक कन्हैया लाल, हेड कांस्टेबल हरविंदर सिंह, कांस्टेबल रणजीत, रणजीत जाखड़, राकेश, विजय सिंह, हेमंत कुमार और बहादुर।
पुलिस अधीक्षक ने कहा – “नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति”
एसपी मनीष त्रिपाठी ने कहा कि जिले में नशे के अवैध कारोबार पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में ऐसे नेटवर्क के खिलाफ सतत अभियान चलाया जाएगा, ताकि युवाओं को नशे के जाल से बचाया जा सके।
