⚙️जयपुर : सभी थ्री फेज गैर कृषि उपभोक्ताओं को अब मीटर यूनिट से मिलेगा बिजली बिल

जयपुर, 6 नवंबर। जयपुर डिस्कॉम ने उपभोक्ता हित में एक बड़ा कदम उठाते हुए घोषणा की है कि अब प्रदेश के सभी थ्री फेज गैर कृषि उपभोक्ताओं को बिजली बिल मीटर यूनिट के आधार पर ही मिलेगा। डिफेक्टिव (खराब) मीटर बदलने के इस अभियान को बड़ी सफलता मिली है, जिससे डिस्कॉम को हर साल करोड़ों रुपये की राजस्व हानि से राहत मिलेगी।

🔧 18 सर्किलों में डिफेक्टिव मीटर बदले, उपभोक्ताओं को राहत

डिस्कॉम प्रशासन के अनुसार, कृषि श्रेणी को छोड़कर सभी थ्री फेज उपभोक्ताओं के खराब मीटर बदले जा चुके हैं।
अब उपभोक्ताओं को औसत बिल की बजाय वास्तविक खपत के आधार पर बिल मिलेगा। डिस्कॉम सीएमडी आरती डोगरा के निर्देश पर चले इस विशेष अभियान में 18 सर्किलों में डिफेक्टिव मीटरों की पहचान और बदली का कार्य पूर्ण किया गया।

💸 हर साल बचेंगे करोड़ों रुपये

जयपुर डिस्कॉम के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2022–23 में 2.30 लाख से अधिक मीटर खराब थे, जिसके कारण उपभोक्ताओं को ₹9.40 करोड़ की छूट देनी पड़ी थी। अब यह संख्या घटकर केवल 19,303 मीटर रह गई है, और वित्तीय वर्ष 2025–26 के पहले छह माह में यह छूट घटकर मात्र ₹12.50 लाख तक सीमित रह गई है।

📊 राजस्व और पारदर्शिता दोनों में सुधार

अधिकारियों का कहना है कि खराब मीटरों की वजह से न केवल बिजली उपयोग का सही आंकलन मुश्किल होता था, बल्कि कंपनी को राजस्व में भी नुकसान झेलना पड़ता था। अब सभी मीटर स्मार्ट और सटीक रीडिंग सिस्टम से जुड़े हैं, जिससे उपभोक्ता और डिस्कॉम दोनों के लिए बिलिंग प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी।

🏅 करौली बनी शून्य डिफेक्टिव मीटर सर्किल

अभियान के तहत कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, जयपुर सिटी (नॉर्थ-साउथ), जेपीडीसी नॉर्थ और दौसा सर्किल पहले ही “शून्य डिफेक्टिव मीटर” घोषित किए जा चुके हैं।
अब करौली सर्किल भी इस सूची में शामिल हो गया है, जहां एक भी खराब मीटर शेष नहीं है।

🔍 सीएमडी आरती डोगरा का फोकस: ‘पारदर्शिता और दक्षता’

सीएमडी आरती डोगरा ने कहा —

“हमारा उद्देश्य उपभोक्ताओं को सटीक बिल देना और विद्युत वितरण प्रणाली को पूर्ण पारदर्शिता के साथ संचालित करना है। मीटरिंग सिस्टम में सुधार से न केवल राजस्व बढ़ेगा, बल्कि जनता को वास्तविक खपत का बिल मिलेगा।”

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