समर्थश्री त्रयम्बकेश्वर चैतन्य महाराज ने कहा – विकास के लिए वृक्षों की कटाई विनाशकारी
Shrimad Bhagwat Katha : श्रीमद भागवत कथा का तीसरा दिन, ‘जहां यज्ञ, सत्संग और संतों का दर्शन हो वही बैकुंठ’ भादरा। 100 कुंडीय महायज्ञ एवं श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिवस सोमवार को कथा व्यास परम श्रद्धेय समर्थश्री त्रयम्बकेश्वर चैतन्य जी महाराज ने कहा कि जहां यज्ञ हो, सत्संग हो और संतों का दर्शन हो … Read more