माउंट आबू। ब्रह्माकुमारी संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन का निधन हो गया। 91 वर्षीय बृजमोहन का जीवन समाज और आध्यात्मिकता की सेवा को समर्पित रहा। उनके असामयिक देहावसान से संस्थान में गहरा शोक व्याप्त है।
बीके बृजमोहन का जन्म 7 जनवरी 1934 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। अमृतसर को स्वर्ण मंदिर (गोल्डन टेंपल) के लिए जाना जाता है, और वहीं से उन्होंने अपने जीवन की आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत की थी।
संस्थान के सभी केंद्रों में श्रद्धांजलि सभाओं का दौर शुरू हो गया है। वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच भविष्य की रूपरेखा को लेकर लगातार मंत्रणाएं चल रही हैं।
बीके बृजमोहन ब्रह्माकुमारी संस्थान से पिछले कई दशकों से जुड़े हुए थे और उन्होंने आध्यात्मिक जागरूकता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके निधन को संस्था के लिए अपूर्णीय क्षति बताया जा रहा है।
वे एक लोकप्रिय मोटिवेशनल स्पीकर, लेखक और प्रसारक के रूप में देश-विदेश में जाने जाते थे। उनकी खासियत थी कि वे गहन आध्यात्मिक सत्य को हास्य और सहजता के साथ प्रस्तुत करते थे, जिससे हर वर्ग के लोग उनसे जुड़ पाते थे।
संस्थान से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि बृजमोहन का जीवन सेवा, अनुशासन और आध्यात्मिकता का प्रतीक रहा है। उनकी शिक्षाएं और कार्य हमेशा सभी को प्रेरित करते रहेंगे।