🌀 बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’, 100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रहा आगे – आंध्र तट पर आज रात लैंडफॉल की संभावना

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर 2025। बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब अब चक्रवाती तूफान “मोंथा” (Cyclone Montha) में बदल गया है।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसे “सक्रिय चक्रवाती तूफान” का दर्जा दिया है।
यह तूफान इस समय बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में सक्रिय है और तेज़ी से आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट की ओर बढ़ रहा है।

🌊 हवाओं की रफ्तार 100 किमी/घंटा, झोंके 110 किमी तक

मौसम विभाग के अनुसार, तूफान की औसत रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच है, जबकि तेज झोंकों की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच रही है।
समुद्र में ऊँची लहरें उठ रही हैं और तटीय इलाकों में समुद्री हवाओं का दबाव बढ़ गया है।

⚠️ आंध्र प्रदेश और ओडिशा में रेड अलर्ट

भारत मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी, विशाखापट्टनम, श्रीकाकुलम, साथ ही ओडिशा के गजपति और गंजम जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
स्थानीय प्रशासन ने तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है।

अब तक 50,000 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर राहत शिविरों में ले जाया गया है। राज्य सरकार ने स्कूल-कॉलेज बंद करने और समुद्री गतिविधियों पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं।

🌧️ भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी

IMD के अनुसार, चक्रवात मोंथा के कारण आंध्र, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वी राजस्थान तक
तेज हवाओं और भारी बारिश का असर देखने को मिलेगा।
29 अक्टूबर तक यह सिस्टम कमजोर होते हुए Deep Depression में बदल जाएगा।

🚨 स्थानीय प्रशासन की अपील

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि:

  • तटीय इलाकों में रहने वाले लोग घर से बाहर न निकलें
  • नाव, मछली पकड़ने की गतिविधियाँ और समुद्र में प्रवेश पूरी तरह वर्जित हैं।
  • बिजली उपकरणों और गैस सिलेंडरों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
  • मौसम विभाग और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

📍 Cyclone Montha की प्रमुख स्थिति (सुबह 10 बजे तक)

स्थितिस्थानगति
वर्तमान स्थितिबंगाल की खाड़ी (केंद्रीय भाग)95 किमी/घं
दिशाउत्तर-पश्चिम की ओर (आंध्र तट की ओर)सक्रिय
अनुमानित लैंडफॉलआज रात 11 बजे – काकीनाडा (आंध्र प्रदेश)100–110 किमी/घं

🌦️ राजस्थान तक पहुंचेगा असर

मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात मोंथा के कमजोर पड़ने के बाद इसका असर
राजस्थान के दक्षिणी और पूर्वी भागों (कोटा, उदयपुर, जयपुर) तक पहुंच सकता है,
जहां 29–30 अक्टूबर को हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।

राहत-सुझाव:

-तटीय इलाकों में अब तक किसी भी नाव या मछली पकड़ने की गतिविधि को जारी नहीं रखना चाहिए।

-लोकल प्रशासन द्वारा बताए गए सुरक्षित स्थानों पर समय से पहुँचें।

-घर के आसपास ढीली पड़ी चीज़ें अथवा आग्नेय गैस सिलेंडर सुरक्षित स्थान पर रखें।

-नवीनतम मौसम अपडेट व बचाव निर्देशों पर लगातार ध्यान दें।

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