पटना, 14 नवंबर। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की बड़ी हार के बाद लालू यादव के परिवार में तनाव खुलकर सामने आ गया है। लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर चौंकाने वाला ऐलान करते हुए कहा है कि वे राजनीति छोड़ रही हैं और परिवार से नाता तोड़ रही हैं।
उन्होंने अपनी पोस्ट में दावा किया कि यह कदम उन्होंने राज्यसभा सांसद संजय यादव और रमीज़ के कहने पर उठाया है। रोहिणी ने लिखा कि वे “सारा दोष खुद पर ले रही हैं”, जिससे यह संकेत मिलता है कि परिवार और पार्टी के भीतर मतभेद काफी गंभीर हो चुके हैं।

पोस्ट एडिट कर नाम जोड़े गए
उनकी पोस्ट का दिलचस्प पहलू यह रहा कि शुरू में उन्होंने केवल राजनीति छोड़ने और परिवार से दूरी की बात लिखी थी।
लेकिन कुछ देर बाद एडिटेड वर्ज़न में उन्होंने संजय यादव और रमीज़ का नाम जोड़ दिया। इससे राजनीतिक गलियारों में अटकलों का दौर तेज हो गया है।
तेज प्रताप पहले ही हो चुके बागी, अब रोहिणी का राजनीति से संन्यास
लालू यादव का परिवार और RJD पहले भी आंतरिक विवादों से गुजरता रहा है, लेकिन हालिया घटनाओं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पहले ही पार्टी से बाहर निकल चुके हैं।
चुनाव से पहले उन्होंने नई पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाई और RJD उम्मीदवारों के खिलाफ मैदान में उतर गए।
वे अपनी सीट भी नहीं बचा सके और बुरी तरह हार गए।
अब रोहिणी आचार्य के इस कदम ने लालू परिवार की एकजुटता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
राजद सूत्रों के अनुसार, चुनाव परिणामों के बाद से ही पार्टी नेतृत्व दबाव में है और वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेद बढ़ते दिखाई दे रहे हैं।
RJD की हार से बढ़ा अंदरूनी संकट
राजद को इस चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ा।
विशेषज्ञों का मानना है कि लंबे समय से जारी आंतरिक कलह, नेतृत्व विवाद और युवा नेताओं के बीच टकराव पार्टी की गिरती स्थिति की प्रमुख वजह रहे हैं।
रोहिणी आचार्य का राजनीतिक संन्यास और तेज प्रताप की बगावत, दोनों ने यह साफ कर दिया है कि लालू परिवार की एकता पहले जैसी नहीं रही।












