बीकानेर, 15 नवंबर। राजस्थान हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला देते हुए नोपाराम जाखड़ को उरमूल डेयरी के चेयरमैन पद पर बहाल कर दिया है। न्यायालय के आदेश के साथ ही जाखड़ समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी और शहर में जगह-जगह ढोल-नगाड़ों, मिठाई और आतिशबाजी के साथ जश्न मनाया गया।
हाईकोर्ट ने RCDF एमडी के आदेश को किया रद्द
न्यायमूर्ति सुनील बेनीवाल की खंडपीठ ने कहा कि राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) के मैनेजिंग डायरेक्टर द्वारा जारी किया गया पूर्व आदेश न्यायसंगत नहीं है और इसे बरकरार नहीं रखा जा सकता।
इस निर्णय के साथ यह स्पष्ट हो गया कि जाखड़ एक बार फिर उरमूल डेयरी के चेयरमैन बने रहेंगे और जल्द ही कार्यभार ग्रहण करेंगे।

पिछले वर्ष भी हुआ था विवाद, हाईकोर्ट से मिली थी राहत
यह पहला मौका नहीं है जब नोपाराम जाखड़ को पद से हटाया गया हो। पिछले वर्ष 12 अगस्त को भी आरसीडीएफ के तत्कालीन एमडी ने उन्हें निरयोग्य घोषित कर दिया था, जिसके खिलाफ जाखड़ ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने उस समय भी आरसीडीएफ के फैसले पर रोक लगाते हुए जाखड़ को राहत दी थी।
दो संतान मामले को लेकर शुरू हुआ था विवाद
जाखड़ के खिलाफ बंशीलाल नामक व्यक्ति की ओर से यह आरोप लगाया गया था कि जाखड़ दो से अधिक संतान नियम का उल्लंघन करते हैं।
इस आधार पर आरसीडीएफ में वाद दायर किया गया और एकतरफा निर्णय लेकर उन्हें पद से हटाने की कार्रवाई की गई।
लेकिन जाखड़ ने इस निर्णय को चुनौती देते हुए न्यायालय में कहा कि उन्हें अपना पक्ष रखने का पर्याप्त अवसर नहीं दिया गया।
इस बार भी उनकी ओर से वकील ने सुनवाई का अनुरोध किया और खंडपीठ ने तर्क सुनने के बाद जाखड़ के पक्ष में फैसला सुनाया।
समर्थकों ने मनाया जोरदार जश्न
बीकानेर में जाखड़ समर्थक खुशी से झूम उठे। मिठाइयाँ बांटी गईं, ढोल-नगाड़ों की थाप गूंजी और आतिशबाजी के साथ जश्न मनाया गया।
इस अवसर पर कई स्थानीय नेता, जनप्रतिनिधि और डेयरी से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं—
पूर्व मंत्री गोविंद मेघवाल,
जिला कांग्रेस अध्यक्ष बिशनाराम सियाग,
उरमूल डेयरी के प्रबंध संचालक बाबूलाल बिश्नोई,
डायरेक्टर हेतराम बिश्नोई,
पूर्व महापौर मकसूद अहमद,
बीरबल मूंड फौजी,
सहित अनेक जनप्रतिनिधि, उरमूल स्टाफ और पशुपालक समुदाय के लोग।
जाखड़ जल्द संभालेंगे कार्यभार
हाईकोर्ट के आदेश की प्रति औपचारिक रूप से मिलते ही नोपाराम जाखड़ जल्द ही उरमूल डेयरी के चेयरमैन के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे। इस फैसले को डेयरी क्षेत्र और स्थानीय राजनीति में एक बड़ा निर्णय माना जा रहा है।












