🪔 दीपावली 2025: बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर और भरतपुर संभाग में लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, जानिए पूजा की विधि और सामग्री

हस्तरेखा विशेषज्ञ, रत्न-परामर्शदाता एवं वास्तुविद् विमल जैन ने बताया दीपावली पूजन का सही समय और विधि

📍 जयपुर, 20 अक्टूबर 2025।
कार्तिक अमावस्या के शुभ अवसर पर आज पूरे राजस्थान में दीपावली का पर्व उल्लासपूर्वक मनाया जा रहा है। हस्तरेखा विशेषज्ञ, रत्न-परामर्शदाता एवं वास्तुविद् विमल जैन के अनुसार इस वर्ष 20 अक्टूबर (सोमवार) को लक्ष्मी पूजन का विशेष शुभ मुहूर्त बन रहा है। इस दिन प्रदोष काल और स्थिर वृषभ लग्न का संयोग बनने से लक्ष्मी-गणेश पूजन अत्यंत फलदायी रहेगा।

🕯️ दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त (20 अक्टूबर 2025)

📅 दिन: सोमवार
🕔 प्रदोष काल: सायं 5:27 बजे से रात्रि 8:09 बजे तक
🌙 वृषभ लग्न: सायं 6:50 बजे से रात्रि 8:47 बजे तक
🕉️ महानिशिथ काल: रात्रि 1:34 बजे से 3:34 बजे तक

🔹 हस्तरेखा विशेषज्ञ, रत्न-परामर्शदाता एवं वास्तुविद् विमल जैन के अनुसार, जो लोग गृहस्थ हैं, वे प्रदोष काल में पूजन करें।
🔹 व्यापारी वर्ग के लिए महानिशिथ काल में पूजन अधिक लाभकारी रहेगा।

🌼 राजस्थान के प्रमुख शहरों में लक्ष्मी पूजन का शुभ समय

शहरपूजन प्रारंभपूजन समाप्ति
जयपुरसायं 5:28 बजेरात्रि 8:11 बजे
बीकानेरसायं 5:35 बजेरात्रि 8:15 बजे
जोधपुरसायं 5:39 बजेरात्रि 8:18 बजे
उदयपुरसायं 5:42 बजेरात्रि 8:20 बजे
कोटासायं 5:30 बजेरात्रि 8:10 बजे
अजमेरसायं 5:33 बजेरात्रि 8:12 बजे
भरतपुरसायं 5:25 बजेरात्रि 8:09 बजे

🙏 दीपावली पूजन विधि – ऐसे करें माँ लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा

  1. पूजा स्थल को स्वच्छ कर, पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख कर बैठें।
  2. लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं और उस पर श्री गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्तियाँ स्थापित करें।
  3. कलश स्थापना करें – कलश में जल, सुपारी, अक्षत, सिक्का, पुष्प रखें और ऊपर नारियल रखें।
  4. माँ लक्ष्मी को चावल, पान, फूल, मिष्ठान्न, इत्र और दीपक अर्पित करें।
  5. श्री सूक्त, लक्ष्मी चालीसा, गणेश स्तोत्र या ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का जप करें।
  6. पूजन के बाद अखण्ड दीप जलाकर पूरी रात घर को रोशन रखें।

🎁 पूजन के लिए आवश्यक सामग्री

  • श्री गणेश एवं लक्ष्मी जी की मूर्तियाँ
  • चांदी या कांसे की थाली
  • कलश, नारियल, मौली, चावल, पुष्प
  • इत्र, हल्दी, कुमकुम, सिंदूर
  • दीपक (देशी घी/तेल का) और रूई की बाती
  • पान, सुपारी, लौंग, इलायची
  • मिष्ठान्न, फल, बताशे, गंगाजल
  • चांदी के सिक्के (धन के प्रतीक)

👗 पूजन के दौरान कैसे वस्त्र पहनें

हस्तरेखा विशेषज्ञ, रत्न-परामर्शदाता एवं वास्तुविद् विमल जैन के अनुसार:

“लक्ष्मी पूजन के समय लाल, गुलाबी या पीले रंग के वस्त्र पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है।
पुरुषों को कुर्ता-पायजामा या धोती और महिलाएं साड़ी या सूट धारण करें।
काले या गहरे नीले वस्त्रों से बचना चाहिए।”

🕉️ ज्योतिर्विद् विमल जैन का संदेश

“दीपावली केवल दीप जलाने का पर्व नहीं, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और आत्मिक शुद्धता का प्रतीक है।
माँ लक्ष्मी का स्वागत स्वच्छ मन, शुद्ध भाव और ईमानदार कर्म से ही संभव है।”

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