जयपुर। कभी-कभी एक सेकंड की देरी ज़िंदगी और मौत के बीच की दूरी तय कर देती है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए जस्ट हेल्थ एंड वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड (जेएचडब्लू) ने जयपुर से नई पहल #DilDhadakneDo की शुरुआत की है।
विश्व हृदय दिवस के मौके पर, जेएचडब्लू के संस्थापक और सीईओ हिम्मत सिंह नाथावत ने सीके बिड़ला अस्पताल के सहयोग से घोषणा की कि जयपुर को “कोड रेड रेडी” बनाया जाएगा। इस मुहिम का लक्ष्य है 1 लाख से अधिक कॉर्पोरेट कर्मचारियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) और कार्डियक इमरजेंसी रिस्पांस की ट्रेनिंग देना, ताकि हर कार्यस्थल जीवन बचाने वाला केंद्र बन सके।

नाथावत ने कहा, “हृदय संबंधी आपात स्थितियाँ एम्बुलेंस का इंतज़ार नहीं करतीं। अगर आसपास खड़ा व्यक्ति प्रशिक्षित हो, तो एक धड़कन थमने से पहले वह किसी की ज़िंदगी वापस लौटा सकता है। जेएचडब्लू में हमारा विश्वास है कि हर जीवन अनमोल है।”
साल 2020 में स्थापित जेएचडब्लू इस साल अपनी पाँचवीं वर्षगांठ मना रहा है। संस्था ने पाँच सालों में डिजिटल ओपीडी हेल्थ कार्ड, वेलनेस फेस्टिवल और निवारक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के ज़रिए अस्पतालों, कॉर्पोरेट्स और आम जनता को जोड़ा है।
नाथावत का कहना है कि यह सिर्फ़ विकास का नहीं बल्कि लोगों की ज़िंदगी में आए बदलाव का उत्सव है। जेएचडब्लू ने भविष्य की योजनाएं भी साझा कीं। फरवरी 2026 में होने वाला ग्लोबल हेल्थ एंड वेलनेस फेस्ट (जीएचडब्लूएफ) इसका पाँचवाँ संस्करण होगा। इसमें पांच अंतरराष्ट्रीय अस्पताल और दुबई-स्थित कंपनियां भाग लेंगी।
संस्था का लक्ष्य इस आयोजन में पाँच विश्व रिकॉर्ड बनाने का है, ताकि भारत को वेलनेस और मेडिकल टूरिज्म में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया जा सके। संस्था की इस यात्रा में नाथावत के साथ सह-संस्थापक भूपेंद्र सिंह और आर.के.व्यास का भी अहम योगदान रहा है। दोनों की रणनीति और दृष्टि ने जेएचडब्लू को एक मिशन के रूप में पहचान दिलाई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि महामारी के बाद हृदय रोग और अचानक होने वाले कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर चिंता बनकर उभरे हैं। ऐसे समय में #DilDhadakneDo जैसे अभियान न केवल जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि समाज को तैयार भी करते हैं।