जयपुर, 27 अक्टूबर 2025।
राजस्थान में एक बार फिर मानसून जैसी स्थिति बन गई है। सोमवार को जयपुर, उदयपुर, टोंक, जोधपुर, कोटा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ सहित कई जिलों में हल्की से मध्यम बरसात हुई।
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने दो डिप्रेशन सिस्टम के प्रभाव से पूरे प्रदेश में मौसम में बदलाव आया है। ठंडी हवाओं और बादलों ने दिनभर ठंडक बनाए रखी।
🌧️ राजस्थान के कई जिलों में बरसात से मौसम सुहाना
राजधानी जयपुर में सुबह से ही बादल छाए रहे और कई इलाकों में हल्की बरसात हुई।
उदयपुर जिले के खेरवाड़ा, गोगुंदा और झाड़ोल इलाकों में सुबह रिमझिम बारिश का दौर चला।
कोटा में देर रात से सुबह तक रुक-रुक कर बरसात हुई, वहीं सवाई माधोपुर और टोंक में भी बूंदाबांदी दर्ज की गई।
चित्तौड़गढ़, राजसमंद और भीलवाड़ा में बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
⚠️ ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने उदयपुर और कोटा संभाग के छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट,
जबकि राज्य के 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
इस दौरान कई इलाकों में भारी वर्षा, तेज़ हवाओं और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
🌪️ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय चक्रवात सिस्टम
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन सिस्टम अब डीप डिप्रेशन में तब्दील हो चुका है,
जो आज देर रात तक चक्रवात का रूप ले सकता है। यह चक्रवात 28 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के समुद्री तट से टकराने की संभावना है।
साथ ही, अरब सागर के मध्य-पूर्वी हिस्से में एक और डिप्रेशन सिस्टम सक्रिय है, जिससे पूरे देश में नमी की आपूर्ति (Moisture Supply) बढ़ी है।
इन दोनों सिस्टम्स के असर से राजस्थान में 30 अक्टूबर तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है।
🌤️ ठंडक बढ़ी, किसानों के चेहरे पर चिंता और राहत दोनों
बारिश से एक ओर जहां तापमान में गिरावट से मौसम सुहाना हो गया है, वहीं फसल कटाई और बुवाई के बीच किसानों को हल्की बारिश से राहत और भारी बरसात से चिंता दोनों है।
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों की कटाई और भंडारण कार्य में सावधानी बरतें।
