जैसलमेर, 24 अक्टूबर 2025।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान को हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो जवाब मिला, उसने उसकी नींव हिला दी है। अब अगर पाकिस्तान ने दोबारा कोई दुस्साहस किया, तो उसे अपने विनाश का परिणाम खुद भुगतना पड़ेगा। “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, उसे केवल स्थगित किया गया है,” – यह बात रक्षा मंत्री ने जैसलमेर के आर्मी स्टेशन में आयोजित “बड़ा खाना” समारोह के दौरान जवानों को संबोधित करते हुए कही।
🇮🇳 सीमा की सुरक्षा और विकास दोनों पर समान ध्यान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान पाकिस्तान को ठीक-ठाक dose दे दिया गया है। अब कुछ भी misadventure करने से पहले वह सौ बार सोचेगा। और अगर पाकिस्तान ने दुबारा कोई misadventure किया, तो उसका परिणाम क्या होगा, यह पाकिस्तान को भी बहुत अच्छे से पता है। क्योंकि Operation Sindoor अभी खत्म नहीं हुआ है, उसे सिर्फ स्थगित किया गया है। लेकिन फिर भी मैं यह कहूँगा, कि हमें हर तरीके से, हमेशा alert रहने की आवश्यकता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि आज हमारे शत्रु चाहे बाहरी हों या आंतरिक, वे कभी निष्क्रिय नहीं रहते। “हमें हर परिस्थिति के लिए सतर्क रहना होगा और उनकी हर गतिविधि पर पैनी नजर रखनी होगी। जरूरत पड़ने पर हमें निर्णायक और प्रभावी कदम उठाने से पीछे नहीं हटना चाहिए,” उन्होंने कहा।
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि भारत का लक्ष्य स्पष्ट है – साल 2047 तक देश को एक विकसित, आत्मनिर्भर और शक्तिशाली राष्ट्र बनाना। इस मिशन में भारतीय सेना की भूमिका सबसे अहम है। “आप सिर्फ सीमा के प्रहरी नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के अग्रदूत हैं। आपके अनुशासन और बलिदान की गूंज भारत की हर ईंट में सुनाई देती है,” उन्होंने सैनिकों से कहा।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने हाल के वर्षों में सीमा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर विकास कार्य शुरू किए हैं – सड़कें, संचार, और रक्षा ढांचे को सुदृढ़ किया जा रहा है, जिससे सुरक्षा बलों को अपने दायित्व निभाने में अधिक सुविधा होगी।
🍛 “बड़ा खाना” – एक परंपरा, एक परिवार
रक्षा मंत्री ने “बड़ा खाना” परंपरा को भारतीय सैन्य संस्कृति की आत्मा बताया। उन्होंने कहा,
“बड़ा खाना केवल भोजन का आयोजन नहीं, बल्कि यह दिल जोड़ने की परंपरा है। चाहे हम मंत्री हों, अधिकारी हों या सैनिक – यह हमें याद दिलाता है कि हम सब एक परिवार के सदस्य हैं।”
उन्होंने कहा कि सेना और सुरक्षा बलों में धर्म, भाषा और क्षेत्रीय विविधताओं के बावजूद एकता की मिसाल कायम है। “बड़ा खाना इसी एकता की भावना का प्रतीक है, जहां हर थाली में विविधता और एकता दोनों का स्वाद होता है,” उन्होंने कहा।
जैसलमेर में आयोजित ‘बड़ाखाना’ में सैनिकों को संबोधन। https://t.co/p3eZxB2282
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 23, 2025
🛡️ सीमाओं पर विकास = सैनिकों के लिए सहजता
राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्य चल रहे हैं, जिससे सैनिकों के लिए सुविधाएं बढ़ रही हैं। “जैसे-जैसे बॉर्डर एरिया विकसित होंगे, वैसे-वैसे हमारे जवानों का जीवन आसान होगा और वे अपने दायित्व और बेहतर ढंग से निभा पाएंगे,” उन्होंने कहा।
🎖️ कार्यक्रम में शामिल वरिष्ठ अधिकारी
इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह, विभिन्न कमांडर और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।













