पणजी, गोवा। भारतीय फिल्म उद्योग के दो महान कलाकार रजनीकांत और नंदमूरी बालकृष्ण को अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के समापन समारोह में उनके शानदार फिल्मी करियर के 50 वर्ष पूरे होने पर विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।
यह घोषणा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की उपस्थिति में पत्रकारों से बात करते हुए की।
डॉ. मुरुगन ने कहा कि दोनों दिग्गज अभिनेताओं ने दशकों तक भारतीय फिल्मों को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि 50 वर्षों की यह यात्रा सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा की सांस्कृतिक विरासत और लोकप्रियता की निरंतरता को दर्शाती है।
IFFI का 54वां संस्करण 20 नवंबर से 28 नवंबर तक आयोजित होगा।
उत्सव का समापन समारोह डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में होगा, जबकि उद्घाटन इस बार पारंपरिक शैली के बजाय दृश्यात्मक फ्लोट परेड के साथ डी बी बांदोडकर रोड पर किया जाएगा।
रजनीकांत: तमिल सिनेमा के सुपरस्टार से भारतीय आइकन तक
भारतीय फिल्मों के सबसे बड़े सितारों में शामिल रजनीकांत ने 1975 में फिल्म अपूर्व रागंगल से अपना करियर शुरू किया था।
नकारात्मक किरदारों से शुरुआत करने वाले रजनीकांत धीरे-धीरे ऐसे स्टार बने जिनकी लोकप्रियता किसी लीजेंड से कम नहीं मानी जाती।
आज भी पूरे देश में उनकी फिल्मों का क्रेज और बॉक्स ऑफिस ओपनिंग अद्वितीय मानी जाती है।
नंदमूरी बालकृष्ण: 100 से अधिक फिल्मों का तप और सफलता
तेलुगु फिल्म उद्योग के प्रमुख चेहरे नंदमूरी बालकृष्ण ने 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और सिम्हा, समरसिंहा रेड्डी, आदित्य 369, और मुड्डुला मवैया जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के जरिए अपनी पहचान स्थापित की।
फिल्मों के साथ-साथ वे आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के विधायक भी हैं।
IFFI का नया रूप—फ्लोट परेड से उद्घाटन और वैश्विक भागीदारी
डॉ. मुरुगन ने बताया कि इस वर्ष IFFI में कई नई पहलें जोड़ी गई हैं।
परंपरागत उद्घाटन कार्यक्रम की जगह पहली बार महोत्सव का आगाज़ एक रंगारंग फ्लोट परेड से होगा, जिसमें विभिन्न राज्यों और केंद्र सरकार के विभागों की 12 झांकियाँ भारतीय फिल्मों की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करेंगी।
अब तक 7,500 से अधिक प्रतिनिधि IFFI के लिए पंजीकरण करा चुके हैं और इस वर्ष 84 देशों की 270 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
इस बार जापान कंट्री ऑफ फोकस, स्पेन पार्टनर कंट्री और ऑस्ट्रेलिया स्पॉटलाइट कंट्री के रूप में शामिल होंगे।
महोत्सव में कांस, बर्लिनाले, वेनिस और विश्व के अन्य प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में पुरस्कृत फिल्मों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम अध्याय को समर्पित सम्मान
IFFI का यह विशेष सम्मान रजनीकांत और नंदमूरी बालकृष्ण जैसे कलाकारों की उस यात्रा का जश्न है, जिसने भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।
दोनों कलाकारों का 50 वर्ष का सफर भारतीय फिल्म उद्योग की ऊर्जा, लोकप्रियता और निरंतर विकास का प्रतीक माना जाता है।












